तंत्र अभिचार उलटने का मंत्र
चंडी चंडी महाचण्डी, आवत मूठ करे नवखण्डी|| अष्टादश भुजा शस्त्रधारी, हाकिनी डाकिनी घेर मारी|| जादू टोना टोटका मुझे ना सताए, जहाँ से आया वहीं को जाए, जिसने भेजा उसको खाय|| चले मंत्र फुरे वाचा, फिर देखुं माई चण्डिके तेरे इल्म का तमाशा||
विधि
मंत्र को होली दीपावली या किसी अन्य शुभ मुहूर्त में १००० (एक हज़ार) बार जप करके सिद्ध कर लें| फ़िर आवश्यकता पड़ने पर मंत्र पढ़कर मद्य की आहुति अग्नि में देने से आप पर किया तंत्र अभिचार उलट जाता है| उसका विपरीत चलन होता है और शत्रु को ही नुकसान होता है |
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