Shani Patal Kriya

शनि पाताल क्रिया

अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है तो शनि पाताल क्रिया करने से आपकी परेशानियां दूर हो सकती हैं। शनि जयंती या अन्य शुभ शनि मुहूर्त में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए किए गए उपाय बहुत ही प्रभावशाली होते हैं। ऐसा ही एक प्राचीन और रामबाण उपाय है शनि पाताल क्रिया। यह एक ऐसा उपाय है जो आपको शनि की टेढ़ी नजर से बचा सकता है। शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए शनि जयंती एक दुर्लभ मौका होता है। यह उपाय इस प्रकार करें-

शनि पाताल क्रिया विधि

शनि जयंती से पहले किसी शुभ मुहूर्त में शनिदेव की लोहे की एक प्रतिमा बनवाएं। अब शनि जयंती के दिन इस प्रतिमा का विधिपूर्वक पूजन एवं प्राण प्रतिष्ठा करें। (यह पूजा किसी योग्य विद्वान से करवाएं) फिर इस प्रतिमा के सामने नीचे लिखे मंत्र का जाप। कम से कम 5 माला जाप अवश्य करें-

शनि पुष्य योग से पहले शनिदेव की लोहे की एक प्रतिमा बनवा लें। अब शनि पुष्य के शुभ योग में इस प्रतिमा की पूजा करें और इस मंत्र का जाप करें- 

ऊं शं न देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शंयोरभि स्त्रवन्तुन:।।

इसके बाद किसी पंडित से दशांश हवन करवाएं और ऐसे स्थान पर एक गड्ढा खोदें जहां से आपका फिर कभी निकलना न हो। इस गड्‌ढे में शनिदेव की प्रतिमा को इस प्रकार रखें कि उनका मुंह पाताल की ओर हो।

इस गड्‌ढे को मिट्‌टी से भरकर समतल कर दें। इसके बाद शनिदेव से प्रार्थना करें। ये उपाय सच्ची श्राद्धा से किया जाए तो शनि दोषों से हमेशा के लिए मुक्ति मिल सकती है।


Life after death


Life after death is very mysterious as it happens in the metaphysical dimension with Time but a common man cannot see it anyway. Here are some classifications of the life after death:

Bhoot

Bhoot is the past. A soul, which is always lying in the past and in terms of his history of different events, is called a bhoot who is generally a spirit of a dead soul who did not get Mukti (salvation). 

Pret

Pret is an evil spirit and found in lonely places. Pret are found in each and every religion of the world. Dead souls, unsatisfied evil spirits, Jinn, Jinnat etc all are Pret. 

Pitra

Pitra is the soul of your ancestors who passed away. When your ancestors got died and if they got pitra state of souls, they become your pitra. Pitras are also two types good or bad. A bad pitra may kill a person inside his lineage or he may also give you a good life. 

Life after death in Tantra Solutions

Bhasmikaran

Bhasmikaran means to set fire on. Generally, when an evil spirit does not ready to leave one's body during exorcsim, he is set on fire and thus killed and the person gets rid of it.

Sanhaar

During exorcism, when an evil spirit is killed under sanhaar, that soul will never get a birth as a human being. he will become insect, animal, bird or other wild animals but never a human.

Mukti 

Here Mukti means not salvation but to give a good state of living under life and birth cycle as per his good karma. His karmas will become the base of his further happenings in good forms of life. During exorcism, it is given to a good soul. That soul will take birth as a human being again. Karmas are always keep in mind in it.

Mukti-II

Mukti-II is a part of Mukti but it is given to a soul during exorcism when it is found that he has performed some evil or bad karmas also. Though he has a lot of good karmas but bad also. So, in Mukti-II, that soul will have to take one or more births until his bad karmas are over as an animal, birds or other beings but not a human. Only after the finishing of bad karmas, he will get birth as human being. This will due to his good karma now. So, it is always said to do good karma.    

Moksha

Moksha is the salvation when a soul come out of the cycle of birth and death. His life will be in the lap of the Supreme Almighty, the God Almighty. He will never take birth in any form and will become a part of God, Himself. He will serve and work for the God Almighty only.

Servants of God in the form of the Supernatual powers 

Deity

Kuldevi or Kuldevta

Gram Devi or Gram Devta 

The Kashmir Files

The Kashmir Files is not a movie but a reality about the Islamic Jihad and Terrorism that showed its real color in Indian State of Jammu and Kashmir in Jan 1990. It should also be noted that it happened when the Central Home Minister of India at that time was even from Kashmir and was a muslim whose name was Mufti Mohammad Sayeed.

The Kashmir Files movie shows the real face of Islamic Jihad, Terrorism and the concept of Gazwa-e-Hind theory. If it is shown deeply, it can clearly be found that it was all done to make Kashmir free from Hindus and to make it an islamic state. 


Lakhs of Kashmiri Hindus and Pandits were bruetly forced to vacate the Kashmir valley in Jan 1990. Hindu women were raped and killed mercilessly. In fact, it was a pre-planned genocide of Kashmiri Hindus and Pandits. Their homes were forcefully captured and set on fire by Islamic Jihadi people. Hindu people were looted, beheaded and their women were raped and killed thereafter.


Later on, the Roshni Act was made to capture Hindus houses and lands. 
The law granted ownership of Jammu and Kashmir state land to illegal encroachers with the aim of raising money for power projects upon payment of a sum to be determined by the Government of Jammu and Kashmir. The cut-off year was set as 1990 by the Government of Farooq Abdullah, which in 2005 was relaxed to 2004 by the then PDP-Congress Government and further relaxed to 2007 by the Government of Ghulam Nabi Azad.




So, it is highly recommended to watch The Kashmir Files movie to know the reality that happened in Kashmir in 1990 and thereafter. Do watch it and be alert about your future. Save the nation first.     
  

who was Lona Chamari

लोना चमारी कौन थी 

विद्वान लोगों के अनुसार लोना चमारी विभिन्न प्रकार की होती है एक लोना चमारी पंजाब के अमृतसर शहर के चमार गांव की रहने वाली थी और वह बहुत बड़ी जादूगरनी थी और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी साबर मंत्र को जागृत करने के लिए इस लोना चमारी की दुहाई का बड़ा महत्व बताया गया है|

वहीं दूसरी लोना चमारी उत्तर प्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिले की एक ठाकुर की पत्नी थी| यह भी बहुत बड़ी तांत्रिक थी इसके अलावा एक अन्य लोना चमारी राजस्थान के ददरेवा गांव की रहने वाली थी| यह गोगा जाहरवीर की माता बाछल की दासी थी और गोगा जाहरवीर इन्हें अपनी माता मानते थे| यह जाति से चमार जाति की थी, इसलिए इन्हें लोना चमारी कहा जाता था|

कहा जाता है कि अगर राजस्थान वाली लोना चमारी को सिद्ध कर लिया जाता है तो जाहरवीर बाबा भी जागृत हो जाते हैं| इस लोना चमारी की पूजा राजस्थान में होती है और इन्हें गुरु गोरखनाथ की शिष्या भी माना जाता है|

इन सबके अलावा एक और लोना चमारी कामरु कामाख्या में पूजी जाती है और इन्हें इस्माइल जोगी की शिष्य माना जाता है और लोग इन्हें लोना योगन भी कहते हैं| आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लोना चमारी के तौर पर सबसे ज्यादा पूजा और सिद्धियां कामरूप कामाख्या वाली लोना चमारी की होती है|

जो साधक लोना चमारी को सिद्ध कर लेता है, वह फिरे भूत-प्रेत, जादू-टोना,डाकनी शाकिनी, बाधा, तांत्रिक मायाजाल, काला जादू इन सभी कामों को बड़ी ही आसानी से कर लेता है|

लोना चमारी शाबर मंत्र

।। ॐ नमो आदेश गुरु को, लूना चमारीन जगत की बिजुरी, मोती हेल चमके, जो “अमुक” पिंड में जान करे विजान करे, तो उस रण्डी पे फिरे, दुहाई तख़्त सुलेमान पैगंबर की, फिरे मेरी भक्ति, गुरु की शक्ति, फुरो मंत्र इश्वरोवाचा ।।

लोना चमारी शाबर मंत्र साधना विधि

लोना चमारी शाबर मंत्र को किसी भी अमास्या की मध्य रात्रि, नवरात्रि, महाशिवरात्रि या दीपवाली की रात्रि में 1008 बार जपने से सिद्ध हो जाता हैं । साधना करने के लिए अपने गुरु की तस्वीर या गुरु गोरखनाथ की तस्वीर लाल रंग के कपड़े पर आसन बनाकर रखे । गुरु पूजन के बाद पत्तल पर लड्डू, एक मीठा पान, दो लौंग, दो इलाइची छोटी और सात प्रकार की मिठाई अपने सामने रखें, जप शुरू करने से पहले रक्षा मंत्र द्वारा अपने चारों तरफ एक सुरक्षा कवच बना लें । जप पूरा होने के बाद अगले दिन किसी सुनसान स्थान पर जाकर सभी सामग्री को फेंक दें, और बिना पिछे मुड़कर देखे वापस आ जायें ।

तंत्र शास्त्र में ऐसे अनेक मंत्र हैं जिन्हें सिद्ध करने के बाद जिसे चाहे उसे वश में किया जा सकता हैं, साथ ही इस मंत्र की साधना बहुत ही शीघ्र फल प्रदान करने वाली होती भी होती हैं, लोना चमारी शाबर मंत्र अगर किसी साधक से सिद्ध हो जाये तो वह सब को वशीकरण करने साथ भूत-प्रेतों की बाधाओं से लोगों को पल भर में छूटकारा भी दिला सकता है, शाबर मन्त्रों में लोना चमारी की दुआई का बड़ा महत्व माना गया है, ऐसी मान्यता है कि किसी भी शाबर मंत्र को सिद्ध करते समय लोना चमारी की दुहाई देने से मंत्र अति शीघ्र सिद्ध हो जाते हैं ।

mantra to send tantra back


तंत्र अभिचार उलटने का मंत्र 

चंडी चंडी महाचण्डी, आवत मूठ करे नवखण्डी||  अष्टादश भुजा शस्त्रधारी, हाकिनी डाकिनी घेर मारी||  जादू टोना टोटका मुझे ना सताए, जहाँ से आया वहीं को जाए, जिसने भेजा उसको खाय||  चले मंत्र फुरे वाचा, फिर देखुं माई चण्डिके तेरे इल्म का तमाशा|| 

विधि 

मंत्र को होली दीपावली या किसी अन्य शुभ मुहूर्त में १००० (एक हज़ार) बार जप करके सिद्ध कर लें|  फ़िर आवश्यकता पड़ने पर मंत्र पढ़कर मद्य की आहुति अग्नि में देने से आप पर किया तंत्र अभिचार उलट जाता है| उसका विपरीत चलन होता है और शत्रु को ही नुकसान होता है | 

 

Mahalaxmi shabar mantra for business

 व्यापार वृद्धि के लिए महालक्ष्मी शाबर मंत्र 

मंत्र:

ॐ श्रीशुक्ले महाशुक्ले कमलदल निवासे श्रीमहालक्ष्म्यै नमो नमः| लक्ष्मी माई, सत्य की सवाई, आवो माई करो भलाई, ना करो तो सात समुद्रों की दुहाई, ऋद्धि-सिद्धि खावोगी तो नौ नाथ चौरासी सिद्धों की दुहाई| 

मंत्र प्रयोग की विधि:

माता महालक्ष्मी का दिन शुक्रवार माना जाता है| शुक्रवार या दीपावली की रात्रि से शुभ मुहूर्त में शुरू करके प्रतिदिन कम से कम १०८ (एक सौ आठ) या अधिक बार जाप करें| जाप के पश्चात् हो सके तो मीठा प्रसाद बाँट दें| यह व्यापार वृद्धि के लिए महालक्ष्मी शाबर मंत्र है| इसका नियमित जाप आपको काम-धंधे में तरक्की देगा| 

सावधानी:

साफ़-सफ़ाई और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें| मांस-मदिरा और अंडे इत्यादि का सेवन ना करें| परस्त्रीगमन बिलकुल ना करें| कन्या, विवाहित स्त्री और वृद्धा का सदैव आदर करें| 


      

vaidik mantra siddhi

वैदिक मंत्र कैसे सिद्ध करें 

किसी भी वैदिक मंत्र को सिद्ध करने का तरीका काफी सरल और प्रभावशाली है | बस बात इतनी सी है कि यह समय और समर्पण दोनों ही ज्यादा मांगता है और बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है | जल्दबाज़ी वाला कोई काम नहीं है | सहज भाव से नियमित रूप से विधिवत जाप करें| 

मंत्र सिद्धि की विधि:

वैदिक मंत्र को बताई गई विधि के अनुसार नियमित रूप से और एक निश्चित संख्या में जपें | हो सके तो एक नियत समय पर करें | जब मंत्र जप संख्या १२५,००० (125,000) पूरी हो जाये तो दशांश हवन करें | मंत्र सिद्ध हो जायेगा | 

उदाहरण

मान लीजिये आपने "ॐ नमः शिवाय" मंत्र को करना है और तंत्रोक्त प्रयोग करना है तो सबसे पहले इस मंत्र का १२५,००० (125,000) अर्थात सवा लाख बार जाप करें| यह और भी अच्छा रहेगा कि अगर आप मंत्र जप एक निश्चित संख्या में और एक निश्चित समय पर प्रतिदिन करें| इस तरह से एक निश्चित तिथि या समय में आप सवा लाख जाप पूरे कर लेंगें | अब अपने दशांश हवन करना है | सवा लाख को १० (10) से भाग करें | संख्या आएगी १२५०० (12,500) अर्थात बारह हज़ार पांच सौ | अब आपने इसी मंत्र की इतनी ही आहुतियां देनी है | यह एक बड़ा हवन होगा | आहुतियां देते समय मंत्र के अंत में "स्वाहा" शब्द जुड़ जायेगा अर्थात आहुति देते समय आप "ॐ नमः शिवाय स्वाहा" बोलेंगे और स्वाहा बोलते ही हवन में आहुति देंगे|  एक ही दिन में इतना बड़ा दशांश हवन करना बड़ा ही मुश्किल काम है | अतः इसकी आसान विधि यह है कि प्रतिदिन एक निश्चित संख्या में आहुतियां दी जाये और इस तरह कुछ दिन में बारह हज़ार पांच सौ आहुतियां पूरी कर ली जाये | इस तरह आप आसानी से इस मंत्र की सिद्धि कर सकते हैं| 

मंत्र प्रयोग कैसे करें 

कोई भी मंत्र सिद्ध होने पर आपके पास अब एक विशेष शक्ति है| मंत्र देवी या देवता की कृपा और दया दृष्टि आप पर सदैव बनी रहती है| आप उनके सुरक्षा चक्र की परिधि में हैं| लेकिन अहंकार आपको डूबा सकता है| कभी भी श्रेष्ठ भावना के शिकार न हों | एकदम सामान्य रहिये| मानवता के हित में ही मंत्र का प्रयोग करें| योग्य गुरू के मार्गदर्शन में ही मंत्र विधिवत प्रयोग करें| बिना गुरू ज्ञान नहीं और शक्ति बड़ी ख़तरनाक होती है| गुरू छतरी में ही मंत्र का प्रयोग करें| गुरू बिना शक्ति नहीं चलती| ज्यादा श्याणे मत बनिए| लेने के देने पड़ जायेंगे| हमेशा योग्य गुरू के मार्गदर्शन में ही सिद्ध-मंत्र का प्रयोग करें|             

Kamdev Vashikaran Mantra

Kamdev Vashikaran Mantra is generally used to control or attract someone sexually. Though this is strictly prohibited to use it for malefic intentions, still people use it at large scale to bring their "wish" come true.

Kamdev Vashikaran Mantra

Om Namo Bhagwate Kaamdevaye yashy yashy drishyo bhawami yashch yashch mam sukham pashyati tam tam mohyatu swaha.

How to use

To use this kamdev vashikaran mantra, you first of all have to energize it. Then you can easily use it to attract someone towards you. It is advisable to cast a spell for the mankind or good purpose. 



shabar mantra tantra and time


शाबर मंत्र व तंत्र विज्ञान के बारे में अक्सर लोग जानने व सीखने के इच्छुक होते हैं लेकिन तंत्र साधनायें तथा उनके नियम विशाल हैं | तंत्र को सीखना इतना आसान नही है और शाबर मंत्र साधना में १२ (बारह) वर्ष की गुरू सेवा के पश्चात ही दीक्षा का विधान है | इन बारह वर्षों के दौरान गुरू चाहे तो उसे स्वेच्छा से पहले भी दीक्षा दे सकता है | लेकिन आमतौर पर ऐसा नही होता| असल में इन १२ वर्षों में शिष्य, गुरू के सानिध्य में रहकर तंत्र के नियम व प्राकृतिक शक्तियों को समझता है|  ये बारह वर्ष बेहद अहम हैं और गुप्त तंत्र विद्या का एक हिस्सा हैं | इनमे भी साधक, गुरू की सेवा करता हुआ ज्ञान प्राप्त करता चला जाता है| उसे तंत्र मंत्र व परमात्मा की असीम ताक़त और कुदरत समझ में आने लगती है| 

हर तंत्र मंत्र जादू टोने का सम्बन्ध किसी ना किसी दैविक शक्ति के साथ होता है और शक्तियां दो तरह की होती हैं| अच्छी और बुरी |  अच्छी शक्तियां धर्म और पुण्य कर्म को बढ़ाती हैं जबकि बुरी शक्तियां अधर्म, अत्याचार और नीच कर्मों की माया को बढ़ाती हैं| अच्छी और बुरी ताक़तों के इस खेल को ही सृष्टि की माया कहा जाता है| माया के बिना दुनिया नहीं चलती| माया से ही यह संसार और सम्पूर्ण सृष्टि गतिमान होती है और माया अनेक रूपो में व्याप्त होकर अनेक दैविक ताकतों के आधीन है| इसे ही महामाया कहते हैं| महामाया की शक्ति से ही सबकी अच्छी या बुरी इच्छाएं पूर्ण होती हैं| मोह के कारण जीवात्मायें विभिन्न प्रकार के अच्छे-बुरे कर्मों में फंसी होती हैं| 

मोह के बिना मानव जीवन नहीं चलता| मोह के कारण ही कोई किसी का भला करता है तो कोई किसी का बुरा करता है| अच्छाई-बुराई का यह खेल सदा ऐसे ही चलता रहता है| 

इनमें सबसे बलवान है - समय | जब-जब, जिस-जिसका समय होता है, तब-तब उसी की जीत होती है| उसे कोई नहीं हरा सकता क्योंकि समय को कोई नही हरा सकता| आपके अच्छे समय में आपकी जीत और बुरे समय में आपकी हार होती है| याद रखिये कि जब अच्छाई का समय अच्छा होता है, तब वो विजयी होती है और जब उसका समय बुरा हो तो वो हार जाती है| इसी प्रकार जब बुराई का समय अच्छा होता है तो वो भी जीत जाती है और जब उसका भी बुरा समय होता है तो वह भी हार जाती है| वास्तव में सदा समय की जीत होती है| समय ही सबको हराता है और समय ही सबको जिताता है| अतः जो समय पर शासन करता है वह सदा विजयी है|           



Mata Kalka

Mata Kalka or Kalka ji

Mata Kalka is one of the seven sisters including Mata Sheetla, Mata Mashani, Mata Buddho and the powers of Trinity. She is the furious form of the Might. This is Goddess Mahakali, the power of Lord Shiva.

Kalka ji Temple

Kalka ji temple is situated at Kalkaji, near Nehru Place in New Delhi. One of the most important facts about this temple is that this temple remains open even in Grahan Kaal or Solar Eclipse.

  

Mata Buddho Devi

Buddho Mata

Mata Buddho Devi is the youngest among seven sisters of Mata Sheetla Devi. Sheetla Mata is the eldest and oldest of all the Goddesses while Buddho Mata is the youngest and affectionate to all. One has to visit Mata Buddho temple at Mubarakpur village in Gurugram, Haryana. It is around 23 KM away from Sheetla Mata mandir in old Gurugram. 

How to worship

When you go to Gurugram, first visit Sheetla Mata. Then Mashani Mata just behind the temple. After worshipping these two Goddesses then visit Buddho Mata at Mubarakpur in Gurugram district, Haryana. This visit is essential.   

 

तंत्र मंत्र सीखें

शक्ति चक्र

तंत्र मंत्र सीखें

यदि आप तंत्र मंत्र सीखना चाहतें हैं तो यह लेख आपके ही लिए है |  हमारे देश में तंत्र मंत्र किया कराया जादू टोना टोटका इत्यादि बहुत चलता है और आम आदमी इससे परेशान भी बहुत होता है |  कभी कभार इंसान का पूरा जीवन इस कारण बर्बाद हो जाता है |  इन सबसे परेशान आदमी कई बार यही सोचता है कि यदि मेरे पास ऐसी कोई शक्ति या विद्या होती तो मैं निशुल्क सबका भला करता|  

तंत्र मंत्र कहाँ से सीखें 

अब सवाल यह पैदा होता है कि तंत्र मंत्र कहाँ से सीखें और इसे सीखने की शुरुआत कैसे करें |  तो सबसे पहले यह जान लें कि गुरू के बिना ज्ञान नहीं मिलता | तंत्र मंत्र अत्यन्त शक्तिशाली गुप्त विद्या है | इसका दुरूपयोग आपके या किसी अन्य के जीवन को पूरी तरह से बर्बाद कर सकता है | इसलिए सबसे पहले योग्य गुरू धारण करें |  याद रखिये कि गुरू कोई नया मार्ग नहीं बनाता |  रास्ते पहले से ही बने बनाये हैं |  गुरू बस मार्गदर्शक है और क्योंकि गुरू उस मार्ग पर आपसे पहले चला है, वह उस मार्ग पर आपसे पहले होकर आया है, अतः वह उस मार्ग को हर तरह से भली भांति जानता है |  बस यही वो प्रमुख गुण है जो उसे किसी का मार्गदर्शक बनाता है अर्थात गुरू बनाता है, उसे पूर्ण करता है और इसी कारण वह पूर्ण गुरू कहलाता है | 

तो आइए और तंत्र मंत्र सीखें 

तो अब किसकी प्रतीक्षा में बैठे हो | आइए, तंत्र मंत्र सीखिये| इसका सदुपयोग कीजिये और मानवता का भला कीजिये | अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें |     

Mata Mashani Devi

Mata Mashani Devi is always associated with Mata Sheetla Devi. She is the Goddess of opening and closing different ways to success in your life. Mata Mashani Devi is considered as the Goddess of Crossing (4 ways or Chauraha). This is the furious form of Shakti or the Power. She is black in color like Goddess Mahakali. She is extremely furious form. She has two teeth out of her mouth on both sides of the mouth like vampires. It is advisable not to use this power until it is extremely needed. Playing with this power is to play with fire. It may change in a bloody game of your life. Please be careful and use when needed in guidance of a noble Guru or Bhagat. Beginners are not allowed this power even by mistake. Stay away if you are unknown to this form of Goddess.  

Her workings

Mata Mashani Devi works violently. She drinks blood and eat meat. She likes the Bali/Sacrifice of Pig the most. She also takes sacrifice of Male-Goat and Chicken. All these Non-Veg items are taken by this Goddess when you worship her in Tamsik form. Sometimes, she also takes eggs and wine etc in the tamsik form.

But if you worship her in simple form or by Satvik ways, she then takes the sweets like Laddu, Barfi, Gulgule or other sweet food items like Halwa etc. If you are a common man, it is recommended to worship Mata Mashani Devi in Satvik or Calm form.  

Sahnak

Sahnak is a collection of Food Items of Mata Mashani Devi which are offered the Goddess at the Crossing of four ways (Chowk or Chauraha). Before offering, it is moved 7 times clockwise over the head of the person/victim. 

There are two types of Sahnak. The first one is Badi Sahnak and the other one is Chhoti Sahnak. Badi Sahnak is given in the graveyard. It is dangerous. It contains some Non-Veg items and other ritual stuffs. It is generally used to remove black magic spells on the person/victim. Chhoti Sahnak is offered at the Crossing of 4 ways (Chowk or Chauraha). It generally contains veg food items and other ritual stuffs as per the requirement. 

Never Jump or Cross a Sahnak

Never Jump or Cross a Sahnak because it has some negative energies or the evil spirits. Doing such action may substitute those evil forces inside your body secretly. You may have to go through the dire consequences in your life ahead. So, It is highly advised to stay away from such things. 


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Sheetla Mata

Sheetla Mata

Among 7 sisters, Sheetla Mata is the eldest and oldest mother. She was a big devotee of the Eternal Being and got boon to eradicate the diseases inside the human beings. Sheetla Mata is a form of Aadi-Shakti and her basic place is in Neem tree. In simple words, she lives in Neem tree. As far as it belongs to her food, she likes to eat Sweet like jaggery (gud) Laddu, Barfi, Halwa, Gulgule etc. 
Since Mata Sheetla is the eldest and oldest like great grandmother (Budhi Amma or Dadi Maa), every goddess bow before her and follows her order. Nobody has right to rise any question against her wish. Just respect and follow her. 

Seven Sisters

Including Tridevi, the powers of the Trinity (Tridev), Sheetla, Mashani, Kalka and Buddho are the seven sisters. Sheetla mata is the Eldest and Oldest. In physical form, she is very old lady with open white hair on her head but she is very powerful and order all the seven sisters as per the requirement of the Time. In the eyes of Sheetla Mata, all the Goddesses are her sisters. She has no partiality towards anyone. 

Sheetla Mata Mandir

Sheetla Mata Mandir or temple is mainly situated in Gurugram (formerly known as Gurgaon) in Haryana, adjoining New Delhi and quite near to IGI Airport in New Delhi. You can reach at Sheetla Mata mandir by Bus, Train or Delhi Metro to Gurugram. It is around 6 KM from Huda City Centre Metro Station in Gurugram. Prepaid Auto and Taxi facility are available from the metro station. Fare is around Rs. 80 to 100 only.  

Respect Sheetla Mata

Mata Sheetla Devi is the mother Goddess. Respect her as she bestows her blessings to you and you get success in your life in all respects. She makes and keeps you fit and healthy. She lives in Neem tree. She destroys germs and other bacterial infections inside you. She loves you a lot like great grandmother. Never raise any question on her actions or any activity. Just love and respect her. She always does good to you.       

  

Exorcism


Introduction of Exorcism

Exorcism basically means to detect the evil power inside the mind or body of a person and to remove it out forever with its effect and memories. 

Ruhani ilm

Ruhani ilm is actually a part of black magic which is used to cast evil spells to fix someone in bad phase of time. It spoils one's life completely. The one goes into depression and starts thinking of committing suicide to end his life to get rid of it. Sometimes, he does not know the reason for what he is doing but he strongly feels to end his life. 



Personality Disorder

Personality disorder is a very big problem which, often, destroys one's life completely

 

Secrets of Metaphysical Sciences

Secrets of Metaphysical Sciences

Shakti Chakra

One of the best and topmost point in the Secrets of Metaphysical Sciences is that it works beyond all physical limits and leave impacts on all biological dimensions. Its roots lies in metaphysical world and it simultaneously works into your seen world. 

Shat Karma

Shat Karma in tantra are Shantikaran, Vashikaran, Stambhan, Uchchatan, Vidveshan and Maran. Metaphysics includes all these karmas and Vama Marg. 

The Eternal being

The Eternal being is actually the God Almighty. HE has no form and no size. HE is completely invisible and beyond everything. He makes different kinds of souls and their nature as per the demand of time. HE is the sustainer and the maintainer of the entire and unlimited universe. HE is omnipotent.   

Deities

Deities are made by the Eternal being. These are basically the Supernatual powers which are generally known as Gods and Goddesses in different forms. 

Angles and Shaitan

Angles and Shaitan are two different and opposite forces. Angles are the Light-elements and represent the divine powers while Shaitan is the Fire-Element and represents the Evil. 

The human being

The human being is a twin kind of construction by the God Almighty. This is a combination of goodness and badness. This is an Earth-element and hence Mortal.  


Learn tantra vidya

    You can now learn tantra vidya and casting magical spells by Marakshanand Prabhu at Haridwar in Uttarakhand, India. The registration for this metaphysical education has been started from 23rd and 24th July 2021 on the occasion of Guru Poornima.

     Anyone, who wishes to learn tantra vidya, has to go through the process of eligibility test. Only after passing this test, the one will be adopted as a disciple of tantra accordingly.
 

The other eligibilities are as under:-

Good command over English and Mathematics is preferred. 
Entry age is 25 to 50.
Minimum Educational Qualification: Matriculation. 
Aadhaar card or other national identity with a passport size photograph with clear face and eye to eye contact without any editing. 
Sound mind guarantee by two aadhaar holders in written. ( Not mandatory but preferred).
NOC by you in written. 
Fee: 121K INR to be submitted as directed in parts (25K+48K+48K) INR. 
Time (Duration of the course) : One year.
Location for teaching: Haridwar, Uttarakhand, India.
Classess: 2 days in a month.
Type: tantra for common man (Grahstha and Spiritual)




For more details, 

please email us on: marakshanandprabhu@gmail.com 
WhatsApp: +1-818-396-9387.

What is a shabar mantra?

Shabar Mantra is very powerful and it is believed that these mantras are written by Guru Gorakhnath and other navnath siddha. A shabar mantra is auto energized and hence no need to have a guru to use it nevertheless it is advised to be in the guidance of a noble guru before using the shabar mantra particularly in shatkarma.